Sardar Vallabh Bhai Patel Bal Sanskar Kendra, Gorakhpur, UP
गोरखपुर, उत्तर प्रदेश के एक झुग्गी बस्ती क्षेत्र में, जहाँ ज़्यादातर परिवार आर्थिक रूप से बेहद कमजोर हैं, शिक्षा को अब भी एक लग्ज़री माना जाता है। यहाँ के बच्चे अक्सर कुपोषण, गंदगी और असुरक्षित माहौल से घिरे रहते हैं, जिससे उनका स्कूल जाना या नियमित शिक्षा पाना लगभग असंभव हो जाता है। ऐसे में सेवा भारती द्वारा संचालित संस्कार केंद्र ने इस बस्ती में शिक्षा की एक नई रोशनी जलाई। रीना, एक 9 साल की बच्ची, जो कभी दिनभर बर्तन धोने में अपनी माँ की मदद करती थी और पढ़ाई से अनजान थी, अब इस संस्कार केंद्र में रोज़ आती है। उसे न केवल बुनियादी शिक्षा मिल रही है, बल्कि नियमित स्वास्थ्य जांच, साफ-सफाई की समझ और पोषण की जानकारी भी दी जा रही है, जो स्वास्थ्य जागरूकता केंद्र की मदद से संभव हो पाया। अब रीना स्कूल जाने की तैयारी कर रही है और उसकी माँ गर्व से कहती है, “अब मेरी बेटी सिर्फ काम नहीं, नाम भी कमाएगी।” इस पहल ने यह साबित कर दिया कि जब शिक्षा और स्वास्थ्य एक साथ चलते हैं, तब सामाजिक बदलाव की बुनियाद वाकई मजबूत होती है।