रुग्णसहायता केंद्र, गोवा मेडिकल कॉलेज, बाम्बोलिम, गोवा में स्थित है और यह आर्थिक रूप से कमजोर रोगियों को नि:शुल्क चिकित्सा सहायता प्रदान करता है। यह केंद्र दवाओं, भोजन और अन्य आवश्यक सेवाओं की व्यवस्था करता है, जिससे जरूरतमंदों को समय पर और सुलभ उपचार मिल सके। स्वयंसेवकों की मदद से यह केंद्र हर साल लाखों रोगियों की सहायता करता है, जिससे समाज में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और समानता बढ़ती है।
केंद्र ने स्वास्थ्य सेवा को केवल दया या सेवा तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आर्थिक सशक्तिकरण और सामाजिक समरसता का सशक्त माध्यम बनाया। कोविड महामारी से पहले यह केंद्र सीमित दायरे में कार्यरत था, परंतु संकट के समय इसने अपनी क्षमताओं को पूर्ण रूप से समाज के लिए समर्पित कर दिया। चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों के लिए नि:शुल्क भोजन, कम लागत में मरीजों व परिजनों के लिए आवास और भोजन ने न केवल जीवनरक्षा में मदद की, बल्कि स्थानीय उत्पादन, आपूर्ति और रोजगार के नए अवसर भी खोले। फिजियोथेरेपी और कृत्रिम अंगों की सेवाओं ने सैकड़ों नागरिकों को पुनः कार्यशील बनाया, जिससे वे आजीविका में लौट सके। ‘सहायता होम केयर नर्सिंग’ प्रशिक्षण कार्यक्रम ने 350 स्थानीय युवाओं, विशेषकर महिलाओं, को व्यावसायिक प्रशिक्षण देकर उन्हें स्वास्थ्य क्षेत्र में रोजगार प्रदान किया। इससे परिवारों की आर्थिक स्थिति में सुधार आया और समुदाय को दीर्घकालिक लाभ हुआ। यह प्रकल्प स्वतंत्रता के अर्थ को पुनर्परिभाषित करता है—स्वावलंबन के माध्यम से। समानता और भाईचारे की भावना से प्रेरित होकर यह केंद्र समाज के हर वर्ग को समान अवसर देता है। यह न केवल स्वास्थ्य सेवा का प्रतीक है, बल्कि ग्रामीण और शहरी अर्थव्यवस्था के बीच सेतु बनकर खड़ा है।